Wednesday 2 September 2015

ऑनलाइन रिटर्न से छंटी आयकर दफ्तरों की भीड़

-इस बार कहीं नहीं पड़ी विशेष शिविर लगाने की जरूरत
-आखिरी शनिवार-रविवार को भी नहीं खोलने पड़े दफ्तर
राज्य ब्यूरो, लखनऊ
आयकर विभाग में रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त है, किन्तु इस बार दफ्तरों में सन्नाटा है। सामान्यत: आखिरी कुछ दिन दफ्तरों में लगने वाले शिविर इस बार नहीं लगे हैं और आखिरी शनिवर-रविवार को दफ्तर भी नहीं खोलने पड़े हैं। अधिकारियों के मुताबिक यह सब संभव हुआ है ऑनलाइन रिटर्न दाखिल करने की सुविधा के कारण और लोग इसे जमकर इन्ज्वाय भी कर रहे हैं।
आयकर विभाग में रिटर्न दाखिल करने के लिए अंतिम तिथि के आसपास पिछले कुछ वर्षों तक खासी भीड़ लगती थी। इसके लिए विशेष शिविर लगाए जाते थे। कई दिन तक उनका प्रचार भी होता था। इस बार न तो विशेष शिविर लग रहे हैं, न अधिकारी परेशान हैं। ऑनलाइन रिटर्न की सुविधा होने से अब दफ्तर में भी भीड़ नहीं आ रही है। अधिकारियों के मुताबिक सेवा केंद्र पर आयकरदाताओं की मदद के लिए लोग बैठे हैं किन्तु ज्यादा संख्या में लोग नहीं आ रहे हैं। इसके अलावा बीते वर्षों में आयकर रिटर्न जमा करने वाले माह के अंतिम सप्ताह में शनिवार-रविवार को आयकर दफ्तर खुलते थे, किन्तु इस बार दफ्तर भी नहीं खुले। शुक्रवार को अधिकारी इस तर के किसी आदेश का इंतजार देर शाम तक करते रहे।
इस बदलाव से अधिकारी ही नहीं, चार्टर्ड एकाउंटेंट व आयकर अधिवक्ता भी खासे प्रसन्न हैं। वरिष्ठ आयकर अधिवक्ता संतोष गुप्ता के मुताबिक इस बार पूरे प्रदेश में विशेष शिविर नहीं लगाए गए हैं। अब पांच लाख रुपये से अधिक आय पर ऑनलाइन रिटर्न दाखिल करने के निर्देश हैं, इसलिए ज्यादातर तो अनिवार्यत: ऑनलाइन रिटर्न दाखिल कर ही रहे हैं। इसके अलावा वर्षपर्यन्त अतिरिक्त आयकर जमा करने वालों के लिए रिफंड पाने के लिए ऑनलाइन रिटर्न दाखिल करना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे भी काउंटर पर भीड़ घटी है। ऑनलाइन रिटर्न से स्थितियों में समग्र्र बदलाव आया है और लोगों को जल्दी रिफंड भी प्राप्त हो रहे हैं। एक आयकर अधिकारी ने बताया कि तमाम आयकर दाताओं के रिफंड तो दस से पंद्रह दिन के भीतर आ गए हैं और उनका पैसा उनके खाते में पहुंच गया है। पहले इसमें बहुत अधिक समय लगता था और लोग आयकर दफ्तर पहुंचकर चक्कर व सिफारिशें लगवाते थे।
...पर मुसीबत भी है बढ़ी
ऑनलाइन रिटर्न से तमाम आसानी के बावजूद मुसीबत भी बढ़ी है। पांच सौ रुपये भी आयकर विभाग से वापस पाने के लिए रिटर्न के साथ रिफंड का आवेदन ऑनलाइन करना पड़ता है। ऑनलाइन आवेदन के साथ मोबाइल व ई-मेल पता देना जरूरी है। अधिकारियों के मुताबिक अति-आधुनिक दौर में भी तमाम आयकरदाता ऐसे हैं, जिनके पास अपना मोबाइल नंबर नहीं है और ई-मेल तो बड़ी संख्या में लोगों के पास नहीं है। ऐसे में वे परेशान होते हैं और अधिकारियों के पास आते हैं। अधिकारी भी इस स्थिति में उनकी कोई मदद नहीं कर पाते।

No comments:

Post a Comment