-प्रदेश के 40 जिला अस्पतालों में हुई शुरुआत, 25 हजार को लाभ
-तीन माह में दस और चिकित्सालयों को जोडऩे की हो रही तैयारी
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डॉ.संजीव, लखनऊ : प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में होने वाली पैथोलॉजी व अन्य जांच रिपोर्टें अब ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। इसकी शुरुआत 40 जिला अस्पतालों से की गयी है। स्वास्थ्य विभाग तीन माह में दस और चिकित्सालयों को जोडऩे की तैयारी कर रहा है।
उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग परियोजना (यूपीएचएसएसपी) के अंतर्गत 40 जिला पुरुष, महिला या संयुक्त अस्पतालों में निजी क्षेत्र की मदद से हाई-एंड लैबोरेटरी टेस्ट्स की शुरुआत दो दिसंबर से की गयी है। परियोजना निदेशक आलोक कुमार के मुताबिक इन अस्पतालों में मरीजों को नि:शुल्क पैथोलॉजी परीक्षणों का लाभ मिलना शुरू हो गया है। मरीजों को हाई एंड कोडिंग के साथ पर्ची मिलती है। उसमें उनकी रिपोर्ट मिलने का समय लिखा होता है। उस समय के साथ ही उनकी पूरी जांच रिपोर्ट पेशेंट डायग्नोस्टिक इनफॉर्मेशन सिस्टम पर अपलोड कर दी जाती है। इसके बाद मरीज अपने जिले और नाम के साथ रिपोर्ट देख सकते हैं। वे अपने पेशेंट आइडी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। वे चाहें तो अस्पताल जाए बिना रिपोर्ट का प्रिंटआउट भी निकाल सकते हैं। फॉलोअप के लिए यह रिपोर्टें सुरक्षित भी रहेंगी। फिलहाल इतना लोड नहीं है, किन्तु बाद में भी इन रिपोट्र्स को कम से कम एक साल सुरक्षित रखने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि पचास दिनों में 25 हजार से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। चालीस अस्पतालों में इस सुविधा के लागू होने के बाद अब दूसरे चरण में तीन माह में दस और अस्पतालों में यह सुविधा मुहैया हो जाएगी। इनमें राजधानी के राम मनोहर लोहिया संस्थान, झलकारी बाई अस्पताल व लोकबंधु अस्पताल के साथ आगरा, गाजियाबाद, मेरठ, आजमगढ़, फैजाबाद, कानपुर व वाराणसी के नए अस्पताल भी शामिल किये जाएंगे। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके बाद अगले वित्तीय वर्ष में राज्य के अन्य जिला अस्पतालों से शुरुआत कर बड़े अस्पतालों में पैथोलॉजी परीक्षण रिपोर्ट की ऑनलाइन उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
इन जिलों से शुरुआत
बांदा, अलीगढ़, वाराणसी, कानपुर, मेरठ, झांसी, फतेहपुर, जौनपुर, रामपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर, इटावा, लखनऊ, सुलतानपुर, गौतमबुद्ध नगर, बस्ती, मीरजापुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, आगरा, हमीरपुर, मथुरा, बदायूं, उन्नाव, फैजाबाद, मैनपुरी, मुरादाबाद, बहराइच, कुशीनगर, गोंडा, बरेली, अंबेडकर नगर, हरदोई, कन्नौज, आजमगढ़, रायबरेली
हल्के हरे एप्रेन वाले मैनेजर!
यदि आप किसी सरकारी अस्पताल में जाएं और वहां हल्के हरे एप्रेन पहले कोई सर या मैडम मिल जाएं तो आप उनसे अस्पताल की गंदगी से लेकर अन्य समस्याओं की शिकायत बेझिझक कर सकते हैं। ये हॉस्पिटल मैनेजर आपकी समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित कराएंगे। यूपीएचएसएसपी के परियोजना निदेशक आलोक कुमार ने बताया कि 40 में से 28 जिलों में हमें हॉस्पिटल मैनेजर मिल गए हैं। इनमें से कई एमबीबीएस के बाद मास्टर्स इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स करके आए हैं। उनका कामकाज उत्साह जनक है और शासन स्तर पर सभी जिला अस्पतालों में इन मैनेजर्स की नियुक्ति को हरी झंडी मिल गयी है।