Wednesday 2 September 2015

कन्या की रक्षा में हिंदू-सिख सबसे पीछे


-प्रदेश की औसत महिला आबादी से भी कम हिंदू-सिख महिलाएं
-ईसाई और मुस्लिम महिलाओं की तुलनात्मक हिस्सेदारी सर्वाधिक
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : 'यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता जैसे सूक्त वाक्यों के साथ नारी शक्ति के सम्मान की बात करने वाले  और सिख उत्तर प्रदेश में कन्याओं की रक्षा के मामले में सबसे पीछे हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के धर्म-आधारित आंकड़ों के विश्लेषण से स्पष्ट है कि प्रदेश में हिंदू-सिख महिलाओं की संख्या औसत महिला आबादी से भी कम है। तुलनात्मक हिस्सेदारी को आधार बनाया जाए तो ईसाई व मुस्लिम महिलाओं की आबादी सर्वाधिक है।
प्रदेश की कुल 19 करोड़ 98 लाख 12 हजार 341 आबादी में महिलाओं की संख्या 9 करोड़ 53 लाख 31 हजार 831 है। आबादी में महिलाओं की संख्या 47.71 प्रतिशत है। धर्म के आधार पर विश्लेषण करें तो हिंदुओं और सिखों में महिलाओं की संख्या औसत से कम है। राज्य की कुल हिंदू आबादी 15 करोड़ 93 लाख 12 हजार 654 है। इसमें महिलाओं की संख्या 7 करोड़ 57 लाख 56 हजार 930 है। इस तरह हिंदुओं में महिलाओं की हिस्सेदारी 47.55 प्रतिशत है। सिख धर्म की कुल आबादी में तो महिलाओं की हिस्सेदारी और भी कम, महज 46.94 प्रतिशत है। राज्य में कुल सिख आबादी 6 लाख 43 हजार 500 में महिलाओं की संख्या 3 लाख 2 हजार 49 है।
ङ्क्षहदू व सिखों के अलावा मुस्लिम, ईसाई, जैन, बौद्ध सभी धर्मों में महिलाओं की हिस्सेदारी कुल आबादी के औसत से अधिक है। प्रदेश में कुल मुस्लिम आबादी 3 करोड़ 84 लाख 83 हजार 967 है, जिसमें महिलाओं की संख्या 1 करोड़ 86 लाख 16 हजार 653 है। मुस्लिम आबादी में महिलाओं की संख्या 48.38 प्रतिशत है। यह औसत आबादी में महिलाओं की हिस्सेदारी से 0.67 प्रतिशत और ङ्क्षहदुओं में महिलाओं की हिस्सेदारी से 0.83 प्रतिशत अधिक है। महिलाओं को जन्म देने के मामले में सबसे आगे ईसाई समाज है। प्रदेश की कुल ईसाई आबादी 3 लाख 56 हजार 448 में महिलाओं की संख्या 1 लाख 73 हजार 610 (48.71 प्रतिशत) है। इसी तरह जैन समाज की कुल आबादी 2 लाख 13 हजार 267 में महिलाएं 47.96 प्रतिशत यानी 1 लाख 2 हजार 273 हैं। राज्य के 2 लाख 6 हजार 285 बौद्ध धर्मावलंबियों में महिलाओं की संख्या 98 हजार 861 यानी 47.91 प्रतिशत है। 

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