Saturday 22 August 2015

अब बढ़ेंगी आयकर जांचें, मजबूत होगा खुफिया तंत्र


-कामकाज का विकेंद्रीकरण, हुई दो निदेशकों की तैनाती
-औचक निरीक्षण के साथ निजी शिकायतों पर भी ध्यान
डॉ.संजीव, लखनऊ
आयकर विभाग अब अपने मजबूत खुफिया तंत्र के साथ जांचों की संख्या बढ़ाने की रणनीति भी बना रहा है। इसके लिए कामकाज का विकेंद्रीकरण कर उत्तर प्रदेश को दो हिस्सों में बांटा गया है। इसके लिए दो निदेशकों के पद सृजित कर उनकी तैनाती भी कर दी गयी है।
जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग ने अपने नेटवर्क को और अधिक मजबूत करने व कर चोरी रोकने के लिए अपना दायरा और बढ़ाने की रणनीति पर काम शुरू किया है। इसके लिए अधिक से अधिक पड़ताल व कर चोरों पर जोरदार नकेल कसने की तैयारी की जा रही है। आयकर विभाग ने अपनी इस मुहिम को अंजाम देने के लिए उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के मौजूदा नियोजन को दो हिस्सों में बांट दिया है। अभी तक उत्तरप्रदेश-उत्तराखंड की जिम्मेदारी एक महानिदेशक की होती थी। अब एक महानिदेशक के साथ दो निदेशक भी तैनात किये गए हैं। एक निदेशक के जिम्मे उत्तर प्रदेश पूर्व का कामकाज सौंपा गया है, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ मध्य प्रदेश के जिलों पर नजर रखेंगे। दूसरे निदेशक को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड का कामकाज सौंपा गया है।
राष्ट्रीय स्तर पर इन पदों के सृजन के बाद हाल ही में इन पदों पर नियुक्तियां भी कर दी गयी हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए शफीक मलिक व पश्चिमी उत्तरप्रदेश-उत्तराखंड के लिए विनय कुमार झा को निदेशक की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के निदेशक शफीक मलिक का मुख्यालय लखनऊ में है। उन्होंने काम भी संभाल लिया है। अभी तक महानिदेशक आनंद दीप के पास उनका कार्यभार था। अब महानिदेशक आनंद दीप पूरे प्रदेश व उत्तराखंड के कामकाज का नियोजन संभालेंगे। इन दोनों निदेशकों के साथ अतिरिक्त निदेशकों सहित आयकर अधिकारियों की पूरी टीम होगी, जो विभागीय कामकाज को मजबूती प्रदान करने के लिए सक्रिय रहेगी।
अधिकारियों के मुताबिक नए ढांचे का फोकस जांचों की संख्या बढ़ाने व अधिक गहराई से पड़ताल पर होगा। इसके लिए खुफिया तंत्र को तो मजबूत किया ही जाएगा। औचक निरीक्षण व रेकी आदि गतिविधियों पर भी सक्रियता रहेगी। आयकर विभाग की 'क्रिमिनल इनवेस्टीगेशन विंगÓ से मिली जानकारियों के साथ निजी स्तर पर आई शिकायतें भी आयकर विभाग की जांचों का आधार बनेंगी। इसके अलावा बैंक खातों से लेकर खरीदारी आदि का ब्यौरा सहेजकर आयकर विभाग नोटिस व छापेमारी की प्रक्रिया को रफ्तार प्रदान करेगा। माना जा रहा है कि दो निदेशकों की नियुक्ति से कामकाज पर सीधी नजर रखी जा सकेगी। इसे लेकर अधिकारी उत्साहित हैं और जल्द ही इसके सकारात्मक नतीजे आने की उम्मीद है।

No comments:

Post a Comment