Monday 31 August 2015

प्रदेश में गंभीर दवा संकट


-मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की शिकायत पर शासन चिंतित
-दवा आपूर्तिकर्ताओं की बुलाई बैठक, होंगी 'ब्लैक लिस्टेड
डॉ.संजीव, लखनऊ
सूबे के सरकारी अस्पतालों में गंभीर दवा संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से इस बाबत मिली शिकायत ने शासन को चिंतित कर दिया है। इस पर शनिवार को दवा आपूर्तिकर्ताओं की बैठक बुलाई गयी है। समय पर आपूर्ति न कर पाने वालों को 'ब्लैक लिस्टेड करने की भी तैयारी है।
मुख्यमंत्री से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक पूरी सरकार की ओर से राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज की बात कही जाती है। बाह्यï रोगी विभाग में आने वाले मरीजों को कम से कम पांच दिन की दवाएं नि:शुल्क देने के साथ ही भर्ती होने वालों का पूरा इलाज मुफ्त करने का निर्देश भी है। इसके बावजूद बीते कुछ दिनों से मरीजों को पांच दिन तो दूर तीन दिन की भी दवाएं नहीं मिल रही हैं। मरीजों से तो शासन को इस आशय की शिकायतें मिल ही रही थीं, हाल ही में दो दर्जन से अधिक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने भी दवाएं न उपलब्ध हो पाने की शिकायत की है। कहा गया है कि बमुश्किल तीस दवाएं ही मिल पा रही हैं। आपूर्तिकर्ताओं द्वारा समय पर दवाओं की आपूर्ति न हो पाने के कारण तमाम जरूरी दवाएं मरीजों को नहीं मिल पा रही हैं।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने अफसरों से पूछा तो उन्हें बताया गया कि जिन 284 दवाओं की सूची निर्धारित की गयी है, उनमें महंगी एंटीबायोटिक्स सहित जीवनरक्षक इंजेक्शन आदि भी शामिल हैं। इसके बावजूद तमाम अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों द्वारा लोकल परचेज की शिकायत भी सामने आयी। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने लोकल परचेज न करने के स्पष्ट निर्देश दिये। स्वास्थ्य मंत्री की सख्ती के बाद पूरा स्वास्थ्य महकमा सक्रिय हो गया है। प्रदेश की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.विजय लक्ष्मी ने शनिवार को सभी दवा आपूर्तिकर्ताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में उनसे तत्काल दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया है। ऐसा न कर पाने पर उन्हें काली सूची में डाल दिया जाएगा।
अफसर भी नहीं बख्शे जाएंगे
अस्पतालों में दवाएं न मिलने का मामला सामने आया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से साफ कह दिया गया है कि जब शासन की ओर से धन भी दे दिया गया है और 284 दवाओं की खरीद को मंजूरी भी दे दी गयी है, फिर दिक्कत नहीं आनी चाहिए। इसके बावजूद समस्याएं पैदा की जा रही हैं, तो दवा आपूर्ति कर्ताओं के खिलाफ तो कार्रवाई होगी ही, दोषी अधिकारी भी नहीं बख्शे जाएंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को तो समझा दिया गया है, जल्द ही अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों व निदेशकों को भी बुलाकर इस बाबत निर्देश दिये जाएंगे। -अहमद हसन, स्वास्थ्य मंत्री

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