Wednesday 10 February 2016

...तो बड़े वाहनों में अपने आप लग जाएंगे ब्रेक


---
-मंत्रिमंडल के सामने आएगा स्पीड बैरियर का प्रस्ताव
-25 हजार खर्च कर नंबर पोर्टेबिलिटी का फायदा उठा सकेंगे
-----
राज्य ब्यूरो, लखनऊ
यदि आपका बच्चा स्कूल बस से जाता है और ड्राइवर उसकी स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ाने की कोशिश करता है तो उसमें अपने आप ब्रेक लग जाएंगे। परिवहन विभाग बड़े वाहनों में स्पीड बैरियर लगवाने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही इसे मंत्रिमंडल की मंजूरी दिलायी जाएगी।
वाणिज्यिक वाहनों की अधिक रफ्तार के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की शिकायतें आम हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने इन पर यांत्रिक अंकुश लगाने की तैयारी की है। परिवहन आयुक्त के. रविन्द्र नायक ने बताया कि इन वाहनों को बिना स्पीड बैरियर के सड़क पर चलने नहीं दिया जाएगा। स्पीड बैरियर वाहन में लगने वाला यांत्रिक उपकरण होता है, जो एक निर्धारित गति से अधिक रफ्तार में वाहन को पहुंचने ही नहीं देता है। आठ सीटों से अधिक वाले सभी वाणिज्यिक वाहनों पर इस स्पीड बैरियर का प्रयोग किया जाएगा। स्कूली बच्चों को लाने ले जाने के लिए प्रयोग होने वाली बसों व वैन आदि में 60 किलोमीटर प्रति घंटे का बैरियर लगाया जाएगा। अन्य बसों व यात्री वाहनों पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे का बैरियर लगेगा। डंपर के लिए स्पीड बैरियर की सीमा 60 किलोमीटर प्रति घंटा व अन्य ट्रकों के लिए 80 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गयी है। इस बाबत विस्तृत प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। मंत्रिमंडल की अगली बैठक में यह प्रस्ताव आने की उम्मीद है।
मंत्रिमंडल की बैठक में इसके अलावा नंबर पोर्टेबिलिटी का प्रस्ताव लाने की भी तैयारी है। केंद्रीय परिवहन विभाग ने राष्ट्रीय स्तर पर पोर्टेबिलिटी को हरी झंडी दे दी है। इसके अंतर्गत अपना जीवनकाल पूरा कर चुके वाहनों का प्रिय नंबर सहेज कर रखने के लिए नए वाहन पर वही नंबर प्रयोग किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में इसके लिए 25 हजार रुपये शुल्क का प्रावधान किया गया है। यह राशि जमा कर कोई भी व्यक्ति अपनी पुरानी कार या अन्य वाहन का नंबर सहेज सकेगा और उसे नए वाहन के लिए स्थानांतरित कर सकेगा। मंत्रिमंडल से मंजूरी के बाद इसे प्रदेश में लांच किया जाएगा।

No comments:

Post a Comment