Wednesday 20 January 2016

आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी दवाओं के लिए केंद्रीय मदद

-हर आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी को 80 हजार व अस्पताल को तीन लाख
-यूनानी में एक लाख व होम्योपैथिक डिस्पेंसरी में 50 हजार की दवाएं
----
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : प्रदेश के आयुर्वेदिक, यूनानी व होम्योपैथी अस्पतालों को दवाओं की कमी से निपटने के लिए केंद्रीय मदद मिली है। केंद्र सरकार ने इन अस्पतालों को तत्काल दवाओं की आपूर्ति के लिए 31.42 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं।
ये अस्पताल अन्य अवस्थापना सुविधाओं के साथ दवाओं के संकट से जूझ रहे हैं। इससे निपटने के लिए प्रदेश के आयुष महकमे ने केंद्र सरकार के पास 31.42 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा था, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया है। अब आयुष सोसायटी ने इस राशि से दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने का फैसला लिया है। इस समय प्रदेश में 2116 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी चल रही हैं। हर डिस्पेंसरी को 80 हजार रुपये की दवाएं मिल जाएंगी। इसी तरह 15 व 25 बेड वाले 136 आयुर्वेदिक अस्पतालों को तीन-तीन लाख रुपये मूल्य की दवाएं आपूर्ति करने का फैसला लिया गया है। 254 यूनानी डिस्पेंसरी संचालित हो रही हैं। इन सभी को एक-एक लाख रुपये की दवाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसी तरह सभी 1575 होम्योपैथी डिस्पेंसरी में 50-50 हजार रुपये की दवाएं पहुंचाने के निर्देश दिये गए हैं, ताकि मरीजों को निराश न लौटना पड़े।
स्कूल जाएंगे आयुष चिकित्सक
राज्य आयुष सोसायटी ने दस जिलों के दो-दो ब्लाकों के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में आयुष चिकित्सकों को भेजकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने का फैसला लिया है। सोमवार को इसकी प्रायोगिक शुरुआत राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज ब्लाक स्थित भदसेवा गांव के प्राथमिक विद्यालय से हुई। आयुर्वेदिक, यूनानी व होम्योपैथी चिकित्सकों ने 171 बच्चों का परीक्षण किया। चिकित्सा शिक्षा विभाग की विशेष सचिव कुमुदलता श्रीवास्तव ने बताया कि दस जिलों से शुरुआत करने के बाद इसे प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा।
----

No comments:

Post a Comment