Wednesday 20 January 2016

सात जिला अस्पतालों में 150 उच्चस्तरीय जांचें निजी क्षेत्र को

-आगरा, गाजियाबाद, मेरठ, आजमगढ़, फैजाबाद, कानपुर व वाराणसी शामिल
-राष्ट्रीय स्तर पर निविदाएं आमंत्रित, शामिल किये जाएंगे सभी जरूरी परीक्षण
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ : प्रदेश के सात जिला अस्पतालों में डेढ़ सौ उच्चस्तरीय जांचों का काम निजी क्षेत्र को सौंपने का फैसला हुआ है। आगरा, गाजियाबाद, मेरठ, आजमगढ़, फैजाबाद, कानपुर व वाराणसी के जिला अस्पतालों में सभी जरूरी परीक्षणों को शामिल कर आउटसोर्सिंग के लिए राष्ट्रीय स्तर पर निविदाएं आमंत्रित की गयी हैं।
उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथेनिंग प्रोजेक्ट के तहत स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के लिए चिकित्सकीय परीक्षणों को हाई एंड लैबोरेटरी सर्विसेज के हवाले करने का फैसला लिया गया है। मंगलवार को इस बाबत राष्ट्रीय प्रतियोगी निविदा प्रपत्र जारी किया गया। 20 जनवरी से निविदा बिक्री शुरू कर 22 फरवरी तक निविदा प्रपत्र जमा करने का मौका दिया गया है। 22 को ही निविदाएं खोली जाएंगी। तय हुआ है कि राष्ट्रीय स्तर की छवि व कामकाज वाली संस्था को इन अस्पतालों में अपनी पैथोलॉजी लैब स्थापित करनी होगी। वहां कलेक्शन सेंटर भी बनाने होंगे। स्वास्थ्य विभाग ने डेढ़ सौ जांचों की एक सूची भी जारी की है, जो हर जिला अस्पताल में उपलब्ध होगी। इनमें डीएनए व आरएनए जैसी महंगी जांचें तो शामिल की ही गयी हैं, बोनमैरो, प्रेग्नेंसी टेस्ट और यूरीन एल्बुमिन जैसी जांचें भी की जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग ने सभी चिकित्सकीय विशेषज्ञताओं की प्रमुख जांचों को इसका हिस्सा बनाया है, ताकि मरीजों को भटकना न पड़े। हर जिला अस्पताल के लिए संबंधित लैब को एक टेरीटरी मैनेजर नियुक्त करना होगा। साथ ही लैब टेक्नीशियन, लैब सुपरवाइजर जैसे पदों की नियुक्ति भी शासन के मापदंडों के अनुरूप करनी होगी। लैब हर माह गंभीर बीमारियों के बारे में रिपोर्ट भी शासन को भेजेगी, जिसमें मलेरिया, टीबी, एचआइवी आदि को शामिल किया गया है। 

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