Thursday 17 December 2015

मेडिकल कालेजों में बढ़ेंगे नर्सिंग व फार्मेसी पाठ्यक्रम

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-मेडिकल फैकल्टी का फैसला-
-कानपुर, आगरा व इलाहाबाद में बीएससी नर्सिंग व बीफार्मा की पढ़ाई
-मेरठ में एमएससी नर्सिंग के साथ केंद्र से बीफार्मा पर एमओयू
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ : मेडिकल कालेजों में नर्सिंग व फार्मेसी पाठ्यक्रम बढ़ाने का फैसला हुआ है। बुधवार को हुई राज्य मेडिकल फैकल्टी के शासी निकाय की बैठक में तय हुआ कि कानपुर, आगरा व इलाहाबाद में बीएससी नर्सिंग व बीफार्मा की पढ़ाई होगी। मेरठ में एमएससी नर्सिंग के साथ बीफार्मा पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से एमओयू पर जल्द हस्ताक्षर होंगे।
मेडिकल फैकल्टी की बैठक में जानकारी दी गयी कि कानपुर मेडिकल कालेज से संबद्ध बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम 1992 से बंद चल रहा है। इसे अगले शैक्षिक सत्र से पुन: चालू करने का फैसला हुआ। आगरा में बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम को केंद्र की मंजूरी मिल गयी है। इसके लिए धन भी आ गया है। वहां पद सृजन कर हर हाल में जुलाई 2016 से पढ़ाई शुरू करा दी जाए। इलाहाबाद में चल रहे जीएनएम के पाठ्यक्रम को अपडेट कर वहां बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। मेरठ मेडिकल कालेज में एमएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम शुरू करने का फैसला हुआ।
नर्सिंग के अलावा बीफार्मा पाठ्यक्रमों को भी मेडिकल फैकल्टी की ओर से मजबूती प्रदान करने का फैसला किया गया। मेरठ में बीफार्मा पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है किंतु अब तक उसके लिए आवश्यक एमओयू पर हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। तय हुआ कि औपचारिकताएं पूरी कर जल्द से जल्द उक्त एमओयू पर हस्ताक्षर सुनिश्चित कराए जाएं। कानपुर, इलाहाबाद व आगरा में बीफार्मा पाठ्यक्रम शुरू करने पर सहमति बनी। इसके लिए भारत सरकार को तत्काल प्रस्ताव भेजने के निर्देश इन कालेजों के प्राचार्यों को दिये गए। प्रदेश के मेडिकल कालेजों में चल रहे फार्मेसी के पाठ्यक्रमों को लेकर फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआइ) का निरीक्षण हो चुका है। पीसीआइ ने जो कमियां इंगित की हैं, उन्हें एक सप्ताह के भीतर दूर किया जाए।
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चारो कालेजों को एक-एक करोड़
प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) डॉ.अनूपचंद्र पाण्डेय ने बताया कि आगरा, मेरठ, इलाहाबाद व कानपुर मेडिकल कालेजों में नर्सिंग व फार्मेसी का आधारभूत ढांचा ठीक करने की जरूरत है। इन चारो कालेजों को एक-एक करोड़ रुपये की राशि जीर्णोद्धार के लिए देने का फैसला हुआ है। बैठक में मेडिकल फैकल्टी के अध्यक्ष डॉ.वीएन त्रिपाठी व सचिव डॉ.राजेश जैन सहित मेडिकल कालेजों के प्राचार्य मौजूद थे। 

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