कोहरे का कहर
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-बंद शीशों व सही सीटों के साथ लगेंगे ऑल वेदर बल्ब
-दिसंबर से फरवरी तक मुस्तैदी को परिवहन निगम के निर्देश
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ : जाड़े में कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए परिवहन निगम ने विशेष तैयारी की है। बसों में सामान्य फॉग लाइट के स्थान पर ऑल वेदर बल्ब लगाए जा रहे हैं, ताकि कोहरे के कारण रोडवेज बसों का संचालन प्रभावित न हो।
उत्तर प्रदेश में राज्य परिवहन निगम की 7,900 बसों के साथ 2000 अनुबंधित बसें संचालित होती हैं। परिवहन निगम के कैलेंडर में एक दिसंबर से 29 फरवरी तक अत्यधिक जाड़े वाले माने जाते हैं। इस दौरान कोहरे से निपटने के साथ यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए विशेष इंतजाम करने की पहल भी होती है। इस बार भी परिवहन निगम ने डिपो से बस निकलते समय पूरी मुस्तैदी बरतने के निर्देश दिये हैं। अधिकांश बसों में ऑल वेदर बल्ब लग चुके हैं और जिनमें बचे हैं, उनमें इस माह के अंत तक लग जाएंगे। ऑल वेदर बल्ब लगने के बाद अलग से फॉग लाइट लगाने की जरूरत नहीं रह जाती, क्योंकि इनकी रोशनी मौसम के अनुरूप होती है। नियमित अनुरक्षण में डिपो पहुंचने वाली बसों में खिड़कियों के शीशे व सीटों का निरीक्षण विशेष रूप से करने के निर्देश दिये गए हैं। हर बस में सभी शीशे सही ढंग से लगाने व उनका बंद होना सुनिश्चित करने को कहा गया है। कंडक्टर व ड्राइवर बसें डिपो में ले जाते ही टूटे शीशों व सीटों आदि की जानकारी देंगे, ताकि उन्हें समय रहते ठीक किया जा सके। जाड़ा बढऩे के साथ ही परिवहन निगम ने रात में बसों की आवाजाही अपेक्षाकृत कम करने के निर्देश दिये हैं। कहा गया कि किसी भी रूट पर कोई भी बस 25 से कम सवारी लेकर नहीं चलेगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे रात में बसों की फ्रिक्वेंसी स्वयं ही कम हो जाएगी और दुर्घटनाओं संभावना भी घटेगी।
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-बंद शीशों व सही सीटों के साथ लगेंगे ऑल वेदर बल्ब
-दिसंबर से फरवरी तक मुस्तैदी को परिवहन निगम के निर्देश
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ : जाड़े में कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए परिवहन निगम ने विशेष तैयारी की है। बसों में सामान्य फॉग लाइट के स्थान पर ऑल वेदर बल्ब लगाए जा रहे हैं, ताकि कोहरे के कारण रोडवेज बसों का संचालन प्रभावित न हो।
उत्तर प्रदेश में राज्य परिवहन निगम की 7,900 बसों के साथ 2000 अनुबंधित बसें संचालित होती हैं। परिवहन निगम के कैलेंडर में एक दिसंबर से 29 फरवरी तक अत्यधिक जाड़े वाले माने जाते हैं। इस दौरान कोहरे से निपटने के साथ यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए विशेष इंतजाम करने की पहल भी होती है। इस बार भी परिवहन निगम ने डिपो से बस निकलते समय पूरी मुस्तैदी बरतने के निर्देश दिये हैं। अधिकांश बसों में ऑल वेदर बल्ब लग चुके हैं और जिनमें बचे हैं, उनमें इस माह के अंत तक लग जाएंगे। ऑल वेदर बल्ब लगने के बाद अलग से फॉग लाइट लगाने की जरूरत नहीं रह जाती, क्योंकि इनकी रोशनी मौसम के अनुरूप होती है। नियमित अनुरक्षण में डिपो पहुंचने वाली बसों में खिड़कियों के शीशे व सीटों का निरीक्षण विशेष रूप से करने के निर्देश दिये गए हैं। हर बस में सभी शीशे सही ढंग से लगाने व उनका बंद होना सुनिश्चित करने को कहा गया है। कंडक्टर व ड्राइवर बसें डिपो में ले जाते ही टूटे शीशों व सीटों आदि की जानकारी देंगे, ताकि उन्हें समय रहते ठीक किया जा सके। जाड़ा बढऩे के साथ ही परिवहन निगम ने रात में बसों की आवाजाही अपेक्षाकृत कम करने के निर्देश दिये हैं। कहा गया कि किसी भी रूट पर कोई भी बस 25 से कम सवारी लेकर नहीं चलेगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे रात में बसों की फ्रिक्वेंसी स्वयं ही कम हो जाएगी और दुर्घटनाओं संभावना भी घटेगी।
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