Monday 7 March 2016

मारा गया 'वीकेंड', इंतजार करते रहे बच्चे


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-सोलहवीं विधानसभा में पहली बार शनिवार को खुला सचिवालय
-कुछ विभागों में रही सक्रियता तो कुछ में औपचारिक कामकाज
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ : '...सॉरी बेटा हम आज दिल्ली नहीं आ पाए, अगले वीकेंड पक्का आएंगे। ...हां बेटा, क्या करें... अचानक एसेम्बली चलने का फैसला हुआ... हम कैसे आ जाते।' मोबाइल पर हो रहा यह संवाद सचिवालय में तैनात एक अफसर और उनकी दिल्ली में रह रही बेटी का है। शनिवार को सोलहवीं विधानसभा के मौजूदा कार्यकाल में पहली दफा सचिवालय खुला और अफसरों-कर्मचारियों को आना पड़ा। इससे उनके मन में 'वीकेंड' मारे जाने और बच्चों के इंतजार करते रहने की टीस बार-बार उठ रही थी।
विधानसभा का बजट सत्र इस बार शनिवार व रविवार को भी चलाने का फैसला हुआ है। मौजूदा विधानसभा के कार्यकाल में ऐसा पहली बार हुआ है। इससे पहले मायावती के मुख्यमंत्रित्व काल में भी एक बार शनिवार को विधानसभा की बैठक हुई थी। इस बार शनिवार को सदन की कार्यवाही होने से सचिवालय ही नहीं विभागाध्यक्ष कार्यालय तक खोले गए हैं। इस कारण अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सचिवालय आना पड़ा। जिन विभागों का बजट शनिवार को पेश होना था, उनसे जुड़े विभागों में तो खासी सक्रियता रही। जनपथ स्थित सचिवालय भवन में चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सक्रिय थे। कुछ विभागों में तो बाकायदा लंच पैकेट की व्यवस्था भी की गयी। बापू भवन में श्रम विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सक्रिय थे, तो सचिवालय परिसर स्थित प्राविधिक शिक्षा महकमे में एचबीटीयू विधेयक पेश होने को लेकर सक्रियता थी। इस सक्रियता के बीच जिन विभागों का आज विधानसभा से सीधा जुड़ाव नहीं था, वहां बहुत सक्रियता नहीं दिख रही थी। सचिवालय खुला होने से कार्यालय तो आए लेकिन जब मन आया तब चले भी गए।
अधिकारियों-कर्मचारियों का कहना था कि कुछ लोगों ने तो दो-तीन माह पहले से 'वीकेंड' प्लान कर रखा था। अब न सिर्फ बुकिंग बेकार हुई, सारी तैयारियां ध्वस्त हो गयीं। सहालग के कारण शादियां भी खूब हैं किन्तु अब उनमें भी नहीं जा सकेंगे। जिन अधिकारियों के बच्चे दिल्ली या दूसरे शहरों में पढ़ते हैं, उनमें से तमाम ने 'वीकेंड' में उनके पास जाने की तैयारी की थी, किन्तु उन्हें निराश होना पड़ा।
रविवार को पहली दफा बैठक
रविवार, छह मार्च को विधान सभा की बैठक उत्तर प्रदेश विधानसभा के इतिहास में पहली बार होगी। इस कारण पहली बार सचिवालय भी खुलेगा। खास बात यह है कि शनिवार व रविवार को बुलाए जाने के बावजूद इसके बदले अवकाश नहीं मिलेगा। अधिकारियों व कर्मचारियों में इस बात को लेकर भी चर्चा होती रही।
होली में दें दो दिन की छुट्टी
अचानक दो दिन के लिए दफ्तर खोले जाने को लेकर सचिवालय कर्मचारी बहुत उत्साहित नहीं दिखे। उत्तर प्रदेश सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र का कहना है कि तमाम लोगों को अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम निरस्त करने पड़े हैं। शनिवार व रविवार का अवकाश समाप्त किया गया है, उसके स्थान पर 21 व 22 मार्च को छुïट्टी दे दी जानी चाहिए। होली के आसपास ये छुïिट्टयां मिलने से कर्मचारियों को बदले में सिर्फ छुïिट्टयां ही नहीं मिलेंगी, परिवार वाले भी खुश होंगे।

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